पापा के दोस्त के साथ पहली मस्त चुदाई-3

पिछले भाग मेरी पापा के दोस्त के साथ पहली मस्त चुदाई-2 में आपने पढ़ा:

 उसे ज्यादा दर्द भी ना हो और उसे मजा भी आए धीरे धीरे जैसे अपने लंड को उसकी बुर पर रगड़ता तो और ज्यादा उत्तेजित हो जाती । अब  बोला कि थोड़ा सा दर्द होगा बर्दाश्त कर लोगी ना । तो उसके जवाब में वह बोली अगर बर्दाश्त नहीं भी करूंगी तो क्या आप नही chodoGe । अंकल समझ गया अभी से चुदाई की भरपूर आग जाग गई है फिर भी  पहली बार है उसे थोड़ा सा दर्द तो होगा ही । अपने लंड को उसकी चूत के फाको को फैला कर उसमें सटाया और उसके ऊपर झुक कर उसके होठों को चूसने लगा। वह भी होठों को चूसने में व्यस्त हो गई अब अंकल को लगा कि यह सही समय है । इसकी चूत खोल खोलने का उसके बाद उसने उसके होठों को चूसते हुए उसके बुर में फंसे हुए अपने लंड से हल्का सा धक्का दिया उसे हल्का सा दर्द  हुआ।

और थोड़ा धक्का देकर यार रुक गया लेकिन उसकी चीख उसके मुंह में ही दब गई । क्योंकि उसके होठों पर होंठ था ।और उसी स्थिति में अंकल ने उसकी आंखों में देखा तो आंखों से आंसू आ रहे थे । कुछ देर उसी स्थिति में रहने के बाद जब वह अपने कमर  को हिलाने लगी।मतलब इशारा देने लगी कि अब ठीक है तो एक जोर का धक्का दिया चीरता हुआ उसके बुर को पूरे बुर में लंड समा गया । इसे बहुत जोर का दर्द हुआ मुंह से सिर्फ जो आवाज निकल रही थी वह चुम्बन के चलते दब रही थी । और आंखों से आंसू निकल रही थी । वह उसे धकेलना तो चाह रही थी ऐसे कहना चाह रही हो बहुत दर्द कर रहा है नहीं करवाना है मुझे । लेकिन याद आदमी भी तो कोई मामूली था नहीं बहुत बड़ा खेला हुआ आदमी था । तो इससे अपने मजबूत बाहों में जकड़ रखा था और उसके बालों  सहलाता रहा और उसके अश्रुपूर्ण आंखों में देखकर आंखों से ही कह रहा था कि बस अब हो गया। क्योंकि आदमी एक भी मौका गवाना नहीं चाह रहा था ।  कुछ देर उसी स्थिति में रहने के बाद फिर से जब वह अपने चूतड़ हिला कर इशारा की तो यह आदमी समझ गया कि अब अंदर बाहर किया जा सकता है  । और धीरे-धीरे उसके चुदाई चालू कर दिया ।

और उसके होठों से अपने वोट भी हटा लिए उसे भी अपना चुदाई का आनंद आ रहा था । और उसे बहुत मजा आ रहा था वह अपने कमर को बार-बार हिला रही थी।  और यह भी अपने लंड को उसके बुर के अंदर बाहर कर रहा था। अब उसके मुंह से आनंदपुर में सिसकारियां निकलने लगी और इसका वह आनंद लेने लगी।  यह भी उसके बुर को अनवरत धक्के लगाता जा रहा था धीरे-धीरे इसके हाथ उसके दोनों मम्मे पर आ गए । उसके बाद या उसके चुचे को मसलने लगा और उसकी चुदाई चालू कर दिया । इसी तरह अलग-अलग आसनों में चुदाई करने के बाद वह भी इस दरमियान एक दो बार और झड़ गई। थी उसके पानी निकल गई थी । लेकिन वह इस पल को पूर्णरूपेण आनंद ले रही थी और उसे भी एहसास नहीं था कि इस खेल में इतना मजा आता है । अब धीरे-धीरे जब दोनों सेक्स की चरम सीमा पर पहुंचने को हुए इस दरमियान करीब आधा घंटा का वक्त निकल चुका था।

और चुदाई चालू थी जब दोनों चरम सीमा पर पहुंचने के हुए तो लड़की बोली के अंकल अब मेरा निकलने वाला है।  जल्दी तेजी से करो इस बार मैं आपके साथ ही झरना चाहती हूं । अब वह आदमी भी उसकी चुदाई और तेज तेज चालू कर दिया । और उसके साथ में उसकी चूची दबा रहा था और बीच-बीच में उसके होंठों को अपने होंठों से चूस भी लेता था।  धीरे-धीरे चुदाई के दरमियान कभी उससे अपने जाघ  पर बैठा लेता । और उछलते तो कभी उसके ऊपर लेट कर उसकी चुदाई करता अब जब वह झड़ने वाली थी इसे बोल चुकी थी तभी अभी चुदाई की रफ्तार बहुत तेज करने लगा।  और तेज और तेज करते करते हैं अब दोनों चरम पर पहुंच गए ।। उसका भी पानी निकलने वाला था और दोनों एक आनंदपुर आवाज के साथ उसका  अंअंअंककहलललल आआआआहहहहसह••••••••अअअअआआआआआआआआहहह•••  के आवाज के साथ पानी निकल गया । और यह आदमी उसके ऊपर लेट गया हालांकि वह भी इस पूरे खेल के दरमियान इतना थक गई थी। कि पूर्णरूपेण बदहवास हो गई थी जैसे मानो बेहोश हो गई हो। उसके लिए तो यह पहला आनंद था और उसी बेहोशी की हालत में उसके शरीर पर या भी गिर गया बेहोशी की हालत में उसके शरीर पर या भी गिर गया।  यह यह उसके शरीर यह उसके शरीर पर यूं ही यह उसके शरीर पर यूं ही लेटा रहा यह उसके शरीर पर यूं ही लेटा रहा और दोनों को नींद आ गई।

 थोड़ी देर बाद जब उस आदमी की नींद टूटी तो उसे यह अहसास हुआ कि उसका मुंह उसके चूची पर था। वह लड़की उसके उठने से पहले ही उठ गई थी।  उसके माथे को प्यार से सहलाने लगी । उसके बाद अंकल अपना सर उठाकर उसके चेहरे की ओर देखा ।उसने एक प्यारी सी मुस्कान दी और  उसके चेहरे पर बहुत ही गजब के संतुष्टि क्या भाव था और शर्मा भी रही थी। इस पर अंकल ने उसे कहा की बेटी तुम शर्मा क्यों रही हो तो बोली अंकल मैंने आपको उस दिन जो थप्पड़ मारा था उसके लिए सॉरी । उसके बाद अंकल उठे और उसके आंखों में बड़े प्यार से देखने लगे।  उसके होठों पर एक प्यार से चुंबन देकर बोले मेरी जान बहुत तड़पा हूं तुम्हारे लिए । उस थप्पड़ का मजा आने वाले 10-12 दिनों में मैं लूंगा वह भी  इतराते हुए बोली अच्छा जी! कैसे लेंगे? ?  अंकल फिर से उसके होठों पर चुंबन दे दी  । वह भी अंकल का चुंबन करने लगी और तब अंकल बोले इस प्रकार लूंगा ।  तब अंकल ने उससे पूछा मज़ा आया सच सच बताना तब वह बोली शरमाते हुए बहुत। और बोली जब मेरी सहेली चुदाई की बातें करती थी तो मुझे अच्छा लगता था । लेकिन मैं पहली बार चुदाई उसे करना चाहती थी जो मुझे प्यार करता हो और शादी के बाद ही मतलब अपने पति से ।
                 

उसके बाद अगर सच में चुदाई में मजा आता और मेरे पति को कोई दिक्कत ना होती तब मैं किसी दूसरे से चुदाई करती । लेकिन सच में इतना मजा आता है मैंने कभी नहीं सोचा ।  अब लड़की भी थोड़ी नॉटी होती हुई जा रही थी । अंकल के होठों पर एक लंबा सा चुंबन दी उसके बाद अंकल अलग हुए तो बोले मैं तुम्हारा पति तो नहीं लेकिन प्यार तो मैं तुझे मैं भी करता हूं । अगर प्यार नहीं करता तो इतना प्यार से नहीं चोदता ना। इस पर लड़की बोली कि अच्छा जी प्यार करते हैं कि चोदना चाहते  the । उसके बाद अंकल बोले उसे तुम्हारी खूबसूरती देखकर कौन नहीं मचल जाए। हां मैं तुम्हें चोदना चाहता था लेकिन मैं तुम्हें प्यार भी बहुत करता  हु।  तुम्हारी चूत का रसपान करना चाहता था इसीलिए मैं तुम्हें कितने दिनों से पटा रहा था । लेकिन तुम मान ही नहीं रही थी वह तो इस बार ऐसा मौका लग गया लंबा टाइम कि मैंने सोच लिया था या तो प्यार से या जबरदस्ती से मैं चोदूंगा जरूर। लेकिन तुम थोड़ा प्यार हो थोरा जबरदस्ती से मांन गई।  इस पर लड़की बोली मुझे नहीं पता था कि चुदाई में इतना मजा आता है अगर पता होता तो आपको थप्पड़ नहीं पड़ती और दोनों हंसने लगे।

यहां पर ऐसे भी प्यार तो था नहीं सिर्फ हवस थी और फर्क अब यह था  । चुदाई के बाद की जा हवस अब दोनों तरफ था । दोनों एक दूसरे में समा जाना चाहते थे और लड़की  चुदाई का स्वाद चख चुकी थी   और यहां अंकल भी अपने एक्सपीरियंस से ऐसा चुदाई किया कि अब ऐसा लग रहा था कि उस बुर पर इनका हक हो गया है ।  यह जैसा चाहेंगे वैसा होगा उसके बाद फिर से एक दूसरे को चुंबन करने लगी । अंकल उसके चूची को भी दबा रहे थे अब इस पल का वह भी भरपूर मजा ले रही थी । एक ही जुदाई में वह पूर्णरूपेण बेशर्म हो गई थी । और जो मन में भरपूर साथ दे रही थी और बीच-बीच में बोल रही थी मेरे बूब्स को जोर से दवा दबाइए। उसके बाद वह बोली मुझे भूख लगी है अब और स्नान भी करना चाहती हूं । लेकिन अंकल पता नहीं उसे छोड़ नहीं सकता था अंकल बोला थोड़ी देर बाद तो वह जिद करने लगी नहीं अब तो मैं आपकी हो ही चुकी हूं तो खाना खाने के बाद अब तो रात पड़ी है। तब तक शाम हो गई थी । अंकल ने एक बार चूची चुस लेने दो , वो ना नुकुर करते हुए राजी हो गई। और अंकल उसके चूची को बड़े प्यार से चूस रहे थे ।  वह भी बहुत ही प्यार से उसे देख रहे थे थोड़ी देर चूची चूसने के बाद जब वह फिर से गर्म होने लगी । लेकिन उसे भूख लगी हुई थी तो अंकल को बड़े ही  प्यार से चुची पिलाते हुए रोमांटिक अंदाज में बोले अब हो गया मुझे खाना खिलाओ पहले स्नान कर ले लेकिन बहुत जोर से लगी है।  इस पर अंकल बोले अपने मन मे  सोचते हुए कि  वह तो एक बार और उसे चोदना चाहते थे । लेकिन ठीक है और उसके चूसे से हटके उसके होंठ को फिर से एक बार चुंबन दे दिया । वह भी स्माइली के साथ उस चुम्बन को स्वीकारी।  
               

जैसे ही वह उठने को हुई तो  उसे नीचे थोड़ा दर्द महसूस हुआ और जलन भी ।चुकी चुदाई से पहले ही है , अंकल ने बड़े प्यार से उसे पेन किलर दे दिया था तो दर्द थोड़ा सा कम हो रहा था । जब उठे तो देखें की बेडशीट लाल हो गया है । और बेडशीट पर उसके काम रस और अंकल के काम रस और खून का मिक्सर है । वह थोड़ा सा डर भी गई और उदास हो गई । अंकल उसके चेहरे को देख रहे थे ।  बोले मेरी जान उदास क्यों हो रही हो आप डरो मत पहली बार में ऐसा होता ही है।  तो  वह बोली अंकल मैं में डर नहीं रही हूं और मेरी आंखों में जो आंसू हैं यह खुशी के हैं । थोड़ा दर्द तो हो ही रहा है इसके साथ ही  यह आंसू इसलिए निकल रहे हैं।  मेरी सुंदरता को देखकर बहुत लोगों ने मुझ पर कोशिश करना चाहा  मुझे मसलने के लिए।  लेकिन आपने जितना प्यार से चोदा शायद वह कोई नहीं करता पहली बार में । मेरी सहेली भी बहुत बार मुझे मानसिक रूप से तैयार कर रही थी लेकिन मैं हमेशा कहते थी।  शादी के बाद पहली रात को ही मेरी सील पैक चूत की चुदाई होगी  इस पर मेरे सहेलियां कहती थी कि तुम मेरी दोस्त कैसे हो गई यार हम लोगों के यहां ग्रुप में । अपनी चूत को दान करते हैं और तू है कि पुराने ख्यालात में बंद के पड़ी हुई है।ष जबकि उसके एक दो दोस्त लोग ग्रुप में भी चुदाई करते थे जो उस दिन स्कूल की दोस्ती थी कभी-कभी। 

अंकल से बोली कि मैं इस बेडशीट को साफ नहीं करूंगी इसको संभाल कर रखूंगी । और हमेशा याद दिलाएगी कि मैं आपसे कितना डरती थी और आपने कितना मजा दिया मुझे।  उसके लिए उसके बाद अंकल बोले कि तुम अपनी झांटे क्यों नहीं साफ करती हो । तो वह बोली मैं अपने से क्यों साफ करती साफ करने वाले तो होनी चाहिए ना । अंकल उसकी बात को समझते हुए बोले चलो मैं तुम्हारा पहले साफ  करूंगा ।  उससे पहले तुम कुछ  ड्रिंक लेना पसंद करोगी तो बोली हां अपने खाने का सामान लाया है वह भी मैं खाऊंगी तो स्नान करूंगी मुझ में ताकत नहीं बची है।  वह अंकल से बोली मुझे उठा कर ले चलिए बाथरूम मैं अभी नहीं चलना चाहती मुझे दर्द होगा।  और बाथरूम जाकर दोनों नंगे ही हाथ धोए । गीजर में गर्म पानी करने के लिए ऑन कर दिए । और आकर कुछ खाना खाया कुछ एनर्जी ड्रिंक लिया।
                   

और दोनों में फिर से ऊर्जा का संचार आ गया उसके बाद वह बोली है अंकल आप तो पानी अंदर ही छोड़ोगे तो कुछ दवाइयां लाई है कि नहीं ?तो अंकल ने उसे एक गर्भनिरोधक की गोली दे दी ।  उसके बाद अंकल उसे लेकर बाथरूम गए। गोदी में उठाकर उसे बाथरूम ले जा रहे थे वह बड़ी नशीली आंखों से अंकल को देख रही थी ।  जैसे ही बाथरूम में अंकल ने उसे खड़ा किया और लडखड़ाने  लगी तो आकर उसे संभाला और अपने गले लगा लिया । अंकल का लैंड अभी भी उसके शरीर से टच हो रहा था याह उसको और मदहोश कर रही थी । और इसी कारण उसने फिर से अंकल के होठों पर चुंबन रख दिया । उसके बाद थोड़ी देर चुंबन करने के बाद बोली ।  पता नहीं मैं कितनी प्यासी थी मुझे और चुदने का मन कर रहा है । अंकल ने इसके जवाब में उसकी चूची को जोर से चूसा फिर  मसल दिया । और वह आनंद पूर्ण आवाज निकाली आआआआहहहहह•••••••   बहुत खुश लग रही थी क्योंकि उसने जहां तक सुना था की चुदाई के वक्त मजा आता है । उसके बाद लड़के फटाफट अपने कपड़े पहन कर निकल जाते हैं लेकिन उसके साथ ऐसा नहीं हो रहा था । जुदाई के बाद भी अंकल उसका भरपूर साथ दे रहे थे जो उसे मानसिक रूप से खुशी का और बड़ा कारण था ।

पापा के दोस्त के साथ पहली मस्त चुदाई कहानी जारी है.

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Photo of the Remarkables mountain range in Queenstown, New Zealand.
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