दूसरी बार करके बहोत दर्द हुआ

पिछले कहानी मेरी सगी भाभी की कामवासना में आपने पढ़ा:

हेलो दोस्तों मै धनुष हु इस कहानी मे मै आपको बताऊंगा की कैसे मैंने अपने ऑफिस मे एक क्लाइंट को फसाया और उसे कैसे कई बार अलग अलग जगह चोदा।कहानी सूरु करने से पहले मै आपको बता दू। की मै दिल्ली से हु और एक मधियम वर्गीय परिवार से हू। मेरी लम्बाई 5’7 है और मै दिखने मे भी अच्छा हू और बॉडी भी अच्छी खासी है।  मेरे लंड की लम्बाई मैंने 5 इंच से ज्यादा है पर इतना है की मैंने कई भाभी और लड़कियो को ख़ुश किआ है। एक वर्ल्ड वाइड सर्च के मुताबिक इंडिया के मर्दो की लंड की एवरेज लम्बाई 5 से 6 इंच होती है। पर मै इतने सालो से खुद अन्तर्वासना की कहानियां पड़ रहा हू। पर आज तक किसी से ये नहीं सुना की उसका लंड सामान्य है या छोटा है सब अपनी सेखियाँ बखारते है यह सब मुझे तो झूठ लगता है जो लोग अपनी कहानियो मे कुछ भी लिख देते है। छोड़ो इन बातो मे कुछ नहीं रखा अब मै अपनी कहानी पर आता हू।  इससे पहले आपने मेरी कहानी भाभी की सेक्सी बहन को चोदा तो पड़ी ही होंगी।

तो आइये कहानी मै अब कहानी सुरु करता हू। मै ज़ब 5th क्लास मे था तब मैंने पहली बार पोर्न मूवी देखी थी उस टाइम इंटरनेट इतना नहीं था और ना ही एंड्राइड फोन्स थे। मैंने वो मूवी दोस्त के घर vcd प्लेयर मे देखी थी। पहली बार देख के अजीब सा लगा पर मज़ा भी आया। उसके बाद तो मै पोर्न देखने का आदि हो गया पर कभी सेक्स करने का मौका नहीं मिला। उम्र बढ़ती गई और मै 20 साल से ज्यादा का हो गया। कई गर्लफ्रेंड बनी पर मै किसी के साथ सेक्स नहीं कर पाया क्युकी मेरी बोलने मे बहोत फटती थी। 12th क्लास मे मेरे घर वालो ने मुझे बाइक दिलाई सेकंड हैंड सिखने के लिए। मेरे दो तीन एक्सीडेंट भी हुए और मै एक बार मरने से बाल बाल बचा। फिर उसके बाद मैंने अपने पैसो से नई बाइक ली और मै अब और तेज़ बाइक चलाने लग गया। उसके बाद मै दिन शादी मे गया तो मेरा दोस्त मेरी बाइक चला रहा था और पीछे से एक ट्रक ने बाइक मे टककर मर दी मै और मेरे साथ वाले दोनों ट्रक के नीचे आने से जरा से बच्चे। फिर मैं घर आया और मैंने सोचा की मैंने तो अभी तक सेक्स भी ना किआ है।

मुझे  बिना सेक्स किये नहीं मरना है। तो मैंने अपने एक दोस्त को बोला की मुझे चुदाई करनी है कोई रंडी  होतो बता। तो वो मुझे अपने साथ एक घर मे ले गया वहाँ कई लड़कियां थी। वो एक तरह से कोठा ही था।  मैंने वहाँ पहली बार सेक्स किया। मेरे पहले सेक्स की कहानी मै कभी और सुनाऊंगा पर आज पहले इस कहानी पर आते है। तो ज़ब मै 21 साल से ज्यादा का हुआ तो मैंने पहली बार पैसे देके सेक्स किया। मुझे बहोत मज़ा आया। फिर कुछ दिन बाद मेरा दोवारा चोदने का मन हुआ तो मै फिर गया.। पर बार बार चुदाई के लिए मेरी जेब सपोर्ट नहीं कर रही थी। उस टाइम मै जॉब नहीं करता था। तो मै अपना ज्यादा ध्यान काम पर ही रखता था। मैंने मई 2017 मे एक वकील के पास मुंसी यानि क्लर्क का काम सुरु किया.। मेरा  काम था फाइल्स को मेन्टेन करना और क्लाइंट्स को अटेंड करना और क्लाइंट्स से पेमेंट लेके आना।

मेरा काम अच्छा चल रहा था। और साथ मे मेरी ओपन से ग्रेजुएशन भी चल रही थी। मै जिस वकील के पास काम करता था वो बस एक्सीडेंट के केस लडता है। तो ऑफिस मे रोज़ के बहोत क्लाइंट्स आते थे। और ज्यादा तर लोग आदमी या बुड्ढे या कोई बड़ी उम्र की औरत होती थी लड़कियां तो बहोत ही कम आती थी।कभी कबार ही कोई लड़की आती थी पर मै काम मे बिजी होने की वजह से उस पर ध्यान ना दे पाता  था।

एक दिन एक औरत आई 50 साल करीब की उसका पति एक एक्सीडेंट मे मर गया था। उसका केस तो खत्म हो गया था पर उसका पैसा अभी अटका हुआ था क्युकी सरकारी पैसा आने मे टाइम लगता है। वो पड़ी लिखी नहीं थी। वो ज्यादा तर तो अकेली आती पर एक दो बार वो अपनी लड़की को साथ लाइ। वो दिखने मे कुछ खास नहीं थी। और शादी सुदा थी।उसका नाम सुनीता है वो यही कोई  22 से 25 साल के बीच की होंगी उसका साइज भी 28 26 38 होगा कुल मिला कर वो काफ़ी पतली थी। तो वो आती थी और अपना काम करा के चली जाती थी। मैंने भी उसकी तरफ ध्यान ना दिया। और मै ही ऑफिस को मैनेज करता था तो सब लोग मेरा ही फ़ोन नम्बर लेके जाते थे। अगर कोई काम होता था तो लोग मुझे फ़ोन करते थे। और मै भी सब क्लाइंट्स का नम्बर अपने फ़ोन मे सेव रखता था। एक दिन सब क्लाइंट्स की तरह वो मेरा नम्बर लेके चली गई और मैंने भी उसका नंबर सेव कर लिया कुछ दिन बाद शाम को 3 बजे मै काम से फ्री होके ऑफिस मे ही बैठा था तो फ़ोन पर व्हट्सप चला रहा था। तो देखा की उसने सेड सांग्स का स्टेटस लगा रखा है। मैंने पहले भी कई बार उसका स्टेटस देखा था पर उससे कभी बात नहीं की थी पर आज मैंने खाली तो सोचा इसे ही मैसेज करलु। तो मैंने उसको हेलो लिख के भेजा तो उधर से भी हैल्लो का मेसेज आया

फिर मैंने उससे पूंछा की हमेशा ये रोने धोने वाले गानो का स्टेटस क्यों लगा के रखती हो।  तो वो बोली ऐसे ही अच्छा लगता है। तो फिर मै उससे ऐसे ही इधर उधर की बाते करने लगा। फिर उसने बोला की आज कैसे मैसेज कर दिया वैसे तो ऑफिस मे कभी देखते भी नहीं हो। तो मै बोला ऑफिस मे काम ही इतना होता है की टाइम ही ना मिल पाता है तो वो बोली हाँ देखा है हमेशा कुछ ना कुछ करने मे बिजी रहते हो बात भी ना करते हो किसी से। हाँ ऐसा ही है तो वो बोली मैने तुम्हे कितनी बार देखा है पर तुम ध्यान ही ना देते हो कभी।मैंने कहा कोई बात नहीं आज तो दे लिया ध्यान। फिर थोड़ी देर बाद मैंने उससे पूछा खाना खा लिया तो वो बोली तुमने पूंछा ही नहीं। तो मै बोला आ जाओ अब खिला देता हू बताओ क्या खाओगी। वो बोली क्या खिलाओगे मैं बोला जो तुम बोलो। बोली मै नहीं आ सकती। तो मैंने बोला मै आजाता हू तो वो बोली आजाओ अभी।  मैंने कहा अभी नहीं ऑफिस से फ्री होके शाम को 7 बजे तक आता हू, बताओ कहा चलोगी। वो बोली जहाँ तुम ले चलो मैंने कहा ठीक है शाम को आता हू। फिर मैंने उससे उसके पति और घर के बारे मे पूंछा तो उसने बताया की उसका पति दुबई मे जॉब करता है 2 साल मे एक महीने के लिए घर आता है और वो राजस्थान के एक गाँव की है। यहाँ तो वो अपनी माँ के पास आई है कुछ महीनों के लिए ताकि उसके बाप का एक्सीडेंट का पैसा निकल आए।

फिर मैंने उससे थोड़ी इधर उधर की बात की और फिर उसको शाम को मिलने का बोलके फ़ोन रख दिआ। फिर मैंने उसको शाम 6:40 के बाद फ़ोन किआ और उससे उसकी लोकेशन पूँछ कर शाम को उसकी बताई हुई जगह पर चला गया।वो मुझे बताई हुई जगह पर ही मिली मैंने उसको अपनी बाइक पर बिठाया और उसे एक रेस्टोरेंट की तरफ लेके जाने लगा। तो वो बोली मैंने तो अब खाना खा लिया है।  चलो कही और चलते है तो मै बोला मुझे तो भूक लगी है मै तो कुछ खालू फिर मै एक बीकानेर शॉप पर रुका।  और वहाँ से एक सैंडविच खाया और उसे लेके ऐसे ही रोडो पर घूमने लगा वो मुझसे एक दम चिपक कर बैठी थी जिससे बिच मेसे हवा भी पास ना हो सके। फिर वो बोली चलो काही चलके बैठते है तो मै ऐसा पार्क ढूंढ़ने लगा जहाँ लोग ना हो और थोड़ा अंधेरा हो। थोड़ा घूमने के बाद मुंझे एक पार्क दिखा। मै उसे लेके उस पार्क मे चला गया पर उस पार्क मे अभी भी एक दो लोग टिहल रहे थे और वहाँ लाइट भी अच्छी खासी थी और उस पार्क के ठीक पीछे एक सोसाइटी थी। इसलिए मैने एक ऐसा बैंच ढूँढा जहाँ ज्यादा रौशनी नहीं थी और लोग भी उधर कम आ रहे थे फिर हम बैठ कर बात करने लगे और वो मेरे एक दम सट कर बैठी थी मै भी उसे बड़े अच्छे अपने पास चिपका के बैठा था। 

फिर मैंने उसको इतनी पास देख के किश करना चाहा तो उसने कुछ रिएक्शन ना दिआ और मैंने उसको पहले गाल पर और  एक होटो पर एक किस किया। उसके कुछ ना कहने पर मैंने अपना एक हाथ उसके जांग पर रखा और उसको दोवारा किश करने लगा। दूसरी तरफ से कोई टहलता हुआ आ रहा था तो मै रुक गया। इसे देख वो हसने लगी मैंने कहा क्या हुआ बोली कुछ ना तो उस आदमी के जाने के बाद मै उसको दोवारा किश करने लगा और उसकी जांग पर हाथ फेरता हुआ। अपना हाथ उसकी चुत तक ले गया उसने उसका भी विरोध ना किआ तो फिर मै अपने हाथ को उसकी सलवार के अंदर डालने की कोसिस करने लगा तो बोली सब यही करोगे। मै तो ये सुनके सन्न रह गया की ये तो अभी चुदने को राज़ी है। तो मैंने कहा 5 मिनट रुको। और फिर मै अपने दोस्तों को फ़ोन करके रूम का जुगाड़ करने लगा पर रूम का जुगाड़ ना हुआ। तो वो बोली क्या हुआ। तो मैंने कहा रूम नहीं हो पर रहा है इससे उसका भी मुँह उतर गया। मैंने कहा उदास क्यों होती हो कल होटल चलते है।तो वो इस बात पर उदास हो गई तो मैंने पूंछा क्या हुआ।

तो वो बोलने लगी की कल वो गाँव  जा रही है 2 महीने के लिए ये सुनके तो मै भी परेशान  हो गया। मैंने कहा 2-3 दिन बाद चली जाना तो उसने कहा नहीं कल ही जाना पड़ेगा काम है वहाँ कुछ और ट्रैन सिर्फ बुधवार और शुक्रवार को ही जाती है और आज मंगलबार था। इस बात से मै भी बहोत परेशान हो गया की अब क्या किआ जाए तो मै उसको जाने से मना करने लगा मैंने कहा एक दिन रुक जा बाद मे चली जाना। पर वो मानी नहीं और अब रात के 8 बजने वाले थे। उसकी माँ का भी फ़ोन आ गया था। उसकी माँ उसे घर बुला रही थी तो मै उसे उसके घर के पास छोड़ आया और फिर घर आके खाना खाया और उससे रात को 10 बजे से लेके 3 बजे तक बात करता रहा और उसे समझाया की कल रुक जाए और शुक्रवार की ट्रैन से चली जाए पर वो मानने को तैयार नहीं हुई। मेरे बहोत देर समझाने पर वो राज़ी हो गई और उसने अगली सुबह घर पर बहाना बना दिआ की उसकी बहोत तबियत ख़राब है उसके पेट मे बहोत दर्द हो रहा है और वो कही नहीं जा पाएगी। और फिर सुबह उसका फ़ोन आया की वो रुक गई है तो मैंने फ़टाफ़ट ओयो पर रूम बुक किआ। और उसको द्वारका बुलाके उसको बाइक से लेने गया और फिर सीधा उसे होटल लेके पहुँच गया। पर वहाँ वो अपनी id  नहीं लाई इस वजह से ओयो वाले ने रूम देने से मना कर दिआ फिर मुझे 500 रूपए एक्स्ट्रा देके रूम लेना पड़ा। 

और मै  उसे लेके रूम मे चला गया।कमरे मे जाते है ही मैंने कुण्डी बंद करते ही चारो तरफ छत को अच्छे से देखा और सब जगह को अच्छे से चेक किआ तो उसने बोला क्या देख रहे हो मैंने बोला कुछ नहीं बस ऐसे ही। एक्चुअल मे मै कैमरा वगेरा चेक कर रहा था।चेक करने करने के बाद मैंने जाके सीधा उसे पकड़ा और उसे किश करने लगा। वो मुझसे अलग होने का प्रयास करती रही पर मै उसको किश करता था और फिर वो भी मेरी किश का जवाब किश से देने लगी और अब मैंने उसका कुरता उतरना चाहा पर कुरता बहोत टाइट था तो वो मुझसे नहीं उतरा अगर मै जबरदस्ती करता तो उसका कुरता फट जाता इसलिए मैंने उसको खुद उसका कुरता आराम से उतरने दिआ।उसने अंदर लाल रंग की ब्रा पहनी हुई थी जिसे देख के मै बेचैन सा हो गया और उसके चुचो को ब्रा के उप्पर से ही चूसने लगा और फिर मैंने उसकी ब्रा को खोल कर साइड मे फेक दिआ और उसके चुचो को अच्छे से बारी बारी से चूसने लगा और और नीचे से उसकी सलवार को खोलने लगा।  तो उसने नाड़ा खुद खोल दिआ अब वो मेरे नीचे थी और मै उसके उप्पर, पर उसने अपनी सलवार को पूरा निकलने से मना कर दिआ। मैंने कहा क्या हुआ तो बोली ऐसे ही करलो पूरी सलवार ना उतरो मै उसकी बात मान गया और उसकी सलवार और पैंटी को थोड़ा सा नीचे खिसका कर जैसे ही अपना  मुँह उसकी चुत के करीब ले गया तो उसने रोक दिआ बोली ये सब मत करो मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता। और मै उपर आ गया और फिरसे उसके चुचो को और होटो को अच्छे से चूसने लग गया फिर मैंने अपनी टीशर्ट और जीन्स निकल दी अब मै सिर्फ अंडरवियर मे था और मेरा लोडा पूरी तरह से भार आने को बेक़रार था। मै उसके मुँह के पास गया और उसको अपना लंड चूसाने के लिए आगे बड़ा तो उसने मेरा लंड चूसने से भी इंकार कर दिया मुझे बहोत बुरा लगा।

क्युकी अब तक मैंने जिसके साथ भी सेक्स किआ है मुझे आज तक ऐसी एक भी लड़की या भाभी ना मिली जो लंड चुस्ती हो। पर अन्तर्वासना की हर कहानी मे औरत लंड बड़े प्यार से चूस लेती है। मुझे तो ये बात सरा सर झूठ लगती है। यहाँ सिटी की लड़की लंड चूसने को राज़ी ना होती और लोग कहते है गांव की लड़कियां लंड चूस लेती है।

खैर छोड़ो मै स्टोरी पर आता हू।फिर मैंने उसकी आधी उतरी हुई सलवार को पकड़ा और अपना लंड उसकी चुत पर सेट किआ और एक धक्का मारा।  ये मेरा पहला अनुभव था बिना कंडोम के सेक्स करने का तो मै बहोत उत्सुक था इसे लेके। और मैंने एक जोर का धक्का मारा तो वो चिल्लाए ना इसलिए मैंने उसके होटो पर अपने होट रख दिए और धक्का खाते ही उसने चिल्लाने की कोसिस की पर आवाज़ दब गई। पर बिना कंडोम के पहली बार इस तरह चोदने पर मेरे लंड मे भी दर्द हुआ क्युकी वो काफ़ी टाइम से अपने परी से दूर थी तो चूदी ना थी। इस वजह से उसकी चुत भी अब काफ़ी कस गई थी।  इस वजह से मेरे लंड की खाल पीछे खींच गई और मुझे भी दर्द हुआ पर मै रुका नहीं धीरे धीरे लंड को अंदर भार करता रहा और

ज़ब लंड ने जगह bna ली तो मैंने तेज़ धक्के लग दिए अभी 3-5 मिनट ही हुए थे की मै उसकी चुत मे छूट गया।वो भी झड़ चुकी थी पर मै बहोत जल्दी छूट गया।  इस वजह से मुझे बहोत बुरा लगा और मै उसके ऊपर 2 मिनट पड़ा रहा फिर उसके बराबर मे लेट गया। उसने अपनी सलवार ठीक की और बाथरूम मे जाके खुद को साफ किआ और बोली अब चले। मैंने उसका कुरता अपने हाथो मे पकड़ा और कहा इतनी जल्दी कहाँ अभी और करेंगे तो वो बोली मम्मी ने जल्दी बुलाया है। तो मैंने कहा कोई ना बोल दिओ की तेरी दोस्त ने रोक लिए था।  वहाँ टाइम लग गया।फिर मै उसको दोवारा किस करने लगा और 10 मिनट मे ही मेरा लंड दोवारा खड़ा हो गया। आपकी बार मैंने पहले उसकी सलवार को पूरा उतरा वो मना करने लगी पर मेरी जिद के आगे उसको सलवार उतारनी पड़ी। और फिर मैंने अपने हाथो से उसकी काली पैंटी को उतारा फिर दोवारा उसके चुचो को चूसता हुआ उसकी चुत पर अपना लंड सेट करने लगा और एक ही झटके मे मैंने अपना लंड उसकी चुत मे उतार दिया। इस बार उसे थोड़ा कम दर्द हुआ और उसे भी अब मज़ा आ रहा था


और उसने एक प्यार भारी आह ली और लंड अंदर भार  होते ही उसकी आवाज़ आने लगी वो आह्ह ओह्ह आह्ह अह्ह्ह की आवाजे करनी लगी और मै उसे चोदता रहा कुछ देर मिशनरी पोजीशन मे चोदने के बाद मैंने लंड उसकी चुत मे दिए हुए ही उसे उठा के अपनी गोद मे बिठा लिआ। और उसे झटके देने लगा उसकी आहे और तेज़ हो गई और वो मेरी छाती पर अपने नाख़ूनो से नोंचने लगी। कुछ देर मे वो झड़ गई और मै उसको अपनी गोद मे बिठा के चोदता रहा। थोड़ी देर चुदाई से वो फिर गर्म हो गई और फिरसे मेरा साथ देने लगी। इस बार मै नीचे लेट गया और वो मेरे उपर चढ़ कर कूदने लगी और लंड को अच्छे से जड़ तक अंदर लेने लगी वो कूदते कूदते वो लगा तार आहे बर रही थी बार बार आह आई आह्ह की आवाज़ कर रही थी  जल्दी ही वो  थक गई फिर मैने उसको अपने नीचे लिए और धक्के देने लग गया। अब मै भी थक गया था पर मेरा अभी झड़ने के आस पास भी नहीं था। मै थोड़ी देर रुका और उसे किस करता रहा 5 मिनट बाद मैंने उसे बेड से नीचे उतारा और उसके दोनों हाथो से बेड का कोना पकड़ने को बोला और पीछे से उसकी चुत मे दोवारा लंड डाल कर चोदने लगा। उसके बाद फिर मै उसको बाथरूम ले गया वहाँ मै सीट पर बैठा और फिर उसे अपनी गोद मे बिठा के नीचे से धक्के देने लगा। अब तक हमारी चुदाई को 1 घंटा हो गया था पर मेरा अभी नहीं हो रहा था। मेरे पेट की नशे खींचने  लगी पर मै उसे चोदता रहा वो अब तक 5 बार झड़ चुकी थी। अब वो भी बहोत थक चुकी थी पर मै उसे अभी और चोदना चाहता था। फिर उसने कहा मुझसे अब बरदास नहीं हो रहा है कुछ देर रुक जाओ तो मैंने भी रुकना ठीक समझा और मैंने और उसने 10 मिनट का रेस्ट किआ। 

पर मेरा लंड अभी भी खड़ा था मै खुद हैरान था इस बात से की आज मुझे ये हुआ क्या जो मै अभी तक झड़ नहीं रहा हू। इससे पहले मैंने आज तक बस रंडियो को ही चोदा था तो बस एक बार ही करता था। पर ये मेरा पहली बार था ज़ब मै लगातार दूसरी बार किसी को चोद रहा था शयद इसलिए मेरे साथ ये हो रहा था। फिर कुछ देर आराम के बाद मैंने देखा कमरे मे एक बड़ा सीसा लगा था तो मैंने उसको शीश के दोनों साइड हाथ करके उसको सामने खड़ा किआ और पीछे से अपना लंड उसकी चुत मे फिरसे पेल दिआ और उसको अच्छे से चोदने लगा। कुछ देर बाद मुझे लगा की मेरा भी अब होने वाला है तो मै उसे उठा के बेड पर ले गया और उसे घोड़ी बना के पीछे से चोदने लगा अब वो भी दर्द से आह आह उई माँ बस करो अब सहन नहीं होता कहती हुई गिर गई। पर मै फिर भी पीछे से उसे चोदता रहा और कुछ धक्के बाद मै भी उसकी चुत मे झड़ गया। झड़ने के टाइम मेरे लंड मे काफ़ी दर्द हुआ। कुछ देर आराम करने के बाद मैंने देखा की मेरे फ़ोन मे घर से काफ़ी फ़ोन आए हुए थे। और उसकी माँ का भी फ़ोन आया हुआ था। फ़ोन साइड मे रख के मैंने उसे थोड़ी देर किस की और फिर हमने फ्रेश होकर कपडे पहने और घर के लिए निकल गए मैंने उसे उसके घर के पास छोड़ा और फिर वापस अपने घर आ गया। मेरे लंड मे अभी भी हल्का दर्द हो रहा था।

मैंने घर आके खाना खाया और सो गया शाम को उठा तो पेट मे थोड़ा दर्द हो रहा था।  फिर शाम को मैंने सुनीता को फ़ोन किआ और उसका हाल पूँछा तो वो बोली चुत मे बहोत जलन हो रही है। मैंने उसको दवाई लेने को बोला तो बोली मै ले चुकी हू फिर अगले दिन मै उसको मिलने शाम को गया। तो वो कुछ अजीब से चलते हुए आ रही थी मैंने उससे पूंछा क्या हुआ तो वो बोली मादरचोद इतना चोदा है कल की ढंग से चला भी ना जा रहा है और पूँछ रहा है की क्या हो गया। मैंने हस्ते हुए कहा क्यों मज़ा नहीं आया तो उसने अपना मुँह नीचे कर लिया। मैंने कहा दर्द तो मेरे भी हो रहा है कल से पेट मे तो उसने बोला दवाई ली या नहीं तो मैंने बोला अभी नहीं ली कल लूंगा। और उसको बाइक पर लेके घूमने निकल गया। फिर रास्ते मे एक पार्क था जो एक्चुअल मे एक लवर्स वाला पार्क था और अब अंधेरा भी होने लगा था। तो हम वहाँ अंदर चले गए मैने यहाँ वहाँ घूम कर देखा की पार्क मे कितने लोग है तो हमें वहाँ कोई दिख भी नहीं रहा था। तो मै उसके झाड़ियों मे ले गया और उसको किश करने लगा और एक हाथ उसकी सलवार मे घुसा के उसकी चुत मे ऊँगली करने लगा तो उसने खुद अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिआ नाड़ा खोलते ही वो बोली जल्दी करना अगर कोई आ गया तो दिक्कत हो जाएगी।

तो मैंने उसको फ़टाफ़ट आगे की तरफ झुकाया और उसकी सलवार और पैंटी को नीचे करके झट से अपना लोडा उसकी चुत मे उतार दिआ और उसे पीछे  से चोदने लगा। मेरी इस बात से फट रही थी कोई आ ना जाए तो मैं उसे जल्दी जल्दी जोर जोर से चोदने लगा जल्दी ही उसकी चुत मे झड़ गया। उसने फटाफट मेरे रुमाल से अपनी चुत साफ की और मेरे लंड को भी साफ किआ और फिर अपने कपडे ठीक करके हम दोनों झाड़ियों से भार आ गए। अब कल सुबह उसकी ट्रैन थी।

तो मै उसे उसके घर छोड़ आया और अगले दिन वो अपने गांव के लिए निकल गई। और फिर 3-4 महीने अपने गांव ही रही। पर जिस दिन वो अपने गांव गई उस दिन मेरे पेट मे दर्द धीरे धीरे बढ़ने लगा और बहोत दर्द होने लगा उठते बैठते मेरे दर्द होने लगा मेरे पेट की सारी मासपेशीया खींचने लगी और इस वजह से मेरे पेट और लंड मे 3 दिन तक बहोत दर्द रहा।उसके बाद ज़ब वो अपने गांव से वापस आई तो मैंने उसको फिरसे कई बार चोदा पर कुछ टाइम बाद उसेके देवर की शादी थी तो वो बोली की मै अब हमेशा के लिए जा रही हू। क्युकी उसके पति का वीज़ा अब खत्म हो गया था और वो अब इंडिया मे ही जॉब करेगा और गांव मे ही रहेगा।

तो दोस्तों कैसी लगी आपको मेरी ये अब बीती।और मुझे मेरी पिछली कहानी के बाद काफ़ी लोगो के मैसेज आए की मेरी कहानी काल्पनिक है। अगर आपको लगता है की मेरी कहानियाँ काल्पनिक है तो इसमें मै कुछ नहीं कर सकता पर ये मेरी सच्ची कहानियाँ है जो मेरे साथ हो चूका है मै वही लिखता हू। और भाईओ आप लोगो से एक प्रार्थना है की मै अभी खुद सिंगल हू तो किर्प्या मुझसे किसी भी लड़की का नम्बर ना मांगे। ये मेरी सच्ची कहानियाँ है मै इनके नम्बर किसी के साथ शेयर नहीं करूंगा।  और दिल्ली की किसी भाभी आंटी या लड़की को मेरी किसी भी तरह से मदद चाइये होतो मुझे मेरी ईमेल  पर मैसेज करे..आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल मे ज़रूर बताए मेरी ईमेल आईड़ी है dhanushchoudhary19@gmail.com

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Photo of the Remarkables mountain range in Queenstown, New Zealand.
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