पिछले भाग मेरी पापा के दोस्त के साथ पहली मस्त चुदाई-5 में आपने पढ़ा:
और अंकल से बोली ” मेरी सहेलियां सच कहती थी की जुदाई में बहुत आनंद आता है और वह लोग बोलती थी कि शादी के बाद तो एक ही लैंड मिलेगा लेकिन उससे पहले तो अपने अरमान पूरे कर ले इसीलिए वह दो दो तीन तीन लड़के से एक साथ चुदवाती थी तो क्या 2- 3 से चुदवाने में और ज्यादा मजा आता है ??”” अंकल से वह प्रश्नवाचक नजरों से पूछी अंकल तो जैसे उसकी टाइट बुर को चोदने में मशगूल थे। तो अंकल ने उसकी बातों को अच्छे से नहीं सुना। अब तो अंकल का भी निकलने का टाइम आ गया था अंकल ने फिर उससे कहा ” क्या कहा” ? फिर वह जुदाई के आगोश में यह सवाल को रिपीट की तो अंकल ने कहा ” क्या तुम सच में दो तीन आदमी से एक साथ चुदबाना चाहती हो ? सह पाओगी ?” क्योंकि चुदाई में अगर बातचीत हो तो चुदाई का मजा और ज्यादा हो जाता है। अंकल भी बात करते हुए धीरे-धीरे से धक्के मार रहे थे । इस बीच वह फिर से एक बार झड़ी। लेकिन लेकिन इस बार वह अंकल से बात करने में मशगूल थी। तो वह बदहवास नहीं हुई ।और अंकल का फिर भी साथ दे रही थी अंकल ने उस को चोदते हुए बोला “बोलो 2- 3 लंड एक साथ ले पाओगी ?” वह भी इठलाते हुए बोली ” क्या आपका लंड मेरी बुर में नहीं गया ? और पिछले 24 घंटे के अंदर आप तीसरी बार मुझे चोद रहे हो वैसे भी अब मैं चुदाई के खेल का भरपूर आनंद लेना चाहते हु। और वह आनंद आप मुझे दिलवाईए “”ऐसे ही अंकल से पूछी “आप तो इस तरह पूछ रहे हो जैसे आपकी नजर में मुझे चोदने के लिए और भी आदमी है ” अंकल एकाएक इस सवाल से हर बड़ा गए गए लेकिन फिर अपने आप को संभालते हुए बोले ” तुम हो ही इतनी खूबसूरत तुम्हारे बुर में कौन नहीं लंड डालना चाहेगा?”” लेकिन मैं चाहता हूं पहले मैं तुमसे संतुष्ट हो जाऊं तेरी जुदाई करके उसके बाद ही मैं किसी को हाथ लगाने दूंगा या किसी के साथ तुमहारी चुदाई करूंगा ” वह भी अंकल का आभार व्यक्त करते हुए बोली ” मैं चुदाई की प्यासी हो गई हूं आप जितना चाहिए मुझे चोद लीजिए ।और आप संतुष्ट हो जाइए उसकी बाद आप जिससे कहेंगे खुशी खुशी में उससे चुदवा लुगी । लेकिन आपको भी वहां पर रहना पड़ेगा “। ” ग्रुप में चुदाई सिर्फ एक बार करना चाहती हूं ” बस अंकल ने उसे आंखों में देखा और आंखों में हवस अब आ गई थी उसके आंखों में भी अंकल लो फिर से जोश में धक्के मारने लगे । अब अंकल जोर जोर से चुदाई करने लगे ।
वह भी इस जोरदार धक्के से अचेत हो गई लेकिन फिर भी अंकल का साथ दे रही थी। चुदाई हो रही थी। थप थप के साथ चुदाई की आवाज के साथ पूरे रूम में आवाज गूंज रही थी । साथ में लड़की और अंकल दोनों का आनंद पूर्ण आवाज इसी बीच उसने कहा कल मेरी चूची पर अपना वीर्य गिर आइए अंकल जब चरमोत्कर्ष पर पहुंच गए तो और जोर से धक्के मारने लगे वह भी आनंद पूर्ण आवाज निकालने लगे। अंकल भी निकालने लगे । और अंकल जी निकलने वाले थे तो उसकी बुर से तेजी से लंड निकाला । और बुर में एक ठठठप सी आवाज आई और उसके चूची पर आ गए और अपने बुरी के वीर्य की बौछार कर दिए वह भी एक बार और झड़ गई जब पूरा वीर्य गिर गया तो अंकल के लंड को सहलाने लगी और फिर हल्का सा लगा हुआ वीर्य अंकल के लंड पर था और उसके बुर के पानी लगा हुआ था उसे हाथ में लेकर वह बहुत खुश थी । और फिर अंकल उसके बगल में लेट गए उसके शरीर में भी जान नहीं था और लड़की के शरीर में भी नहीं फिर भी दोनों एक दूसरे को चुंबन करने लगे । दोनों बहुत खुश नजर आ रहे थे ।
फिर दोनों एक दूसरे से चिपक गए हैं अंकल का वीर्य जो उनके चूची पर था वह अंकल के छाती से लग गया। लेकिन संतुष्टि में इतना ध्यान नहीं रहता है और इस सुबह की चुदाई का दोनों भरपूर आनंद लेते हुए फिर से चुंबन की आगोश में खो गए। उसके बाद अंकल उसे गोदी में उठा कर बाथरूम ले गए और नहलाया । ‘ Pp हां तो दोस्तों सुबह की चुदाई के बाद अब वह दोनों एक दूसरे को किस करने लगे । लेकिन दोनों थक गए थे , संतुष्टि के भाव थे दोनों के चेहरे पर । अब जो हावस की भाव सिर्फ अंकल के चेहरे पर थी , अब वह हवस धीरे-धीरे उस लड़की के चेहरे पर भी अच्छे से झलकने लगी थी ।
वह इस का मजा भी ले रही थी । दोनों लेटे हुए थे और एक दूसरे की आंखों में देख रहे थे । अंकल का मुरझाया हुआ लंड उसके बुर से टच हो रहा था। अंकल उसके चूची को धीरे धीरे सहला रहे थे सहला रहे थे । इसके बाद दोनों एक दूसरे से और चिपक गए दोनों को पेशाब लगी थी लेकिन थक गए थे तो फिर नींद आ गई । करीब 1 घंटा सोने के बाद लड़की की नींद टूटी । लड़की अंकल को देखकर थोड़ा शरमाई। फिर अंदर से आवाज आई “अब शर्माना क्या अब जब चूद ही गई हूं तोर आनंद लेकर चुद लू जितने दिन बचे हैं या उसके बाद भी जब यह जहां बोलेंगे अब तो मैं इन से चुदने के लिए वहां जा सकती हूं” यह सोचकर वह धीरे-धीरे मुस्कुरा रही थी और तभी उसके मन में एक नटखट आई । वह अपना चूची अंकल के मुंह के पास ले जाकर उसके माथे को सहलाने लगी । धीरे-धीरे माथे पर सहलाने पर अंकल की नींद टूटी तो जो चूची खड़े हो गए थे। उसके मुंह से लग रहे थे और अब अंकल को बड़े प्यार से बोली ” मेरा बच्चा दूध पिएगा चूस लो ” अंकल भी आश्चर्यचकित थे लेकिन फिर बिना कुछ सोचते हुए एक बच्चे की भांति दोनों चूची को बड़ी जोर से चूसे । उसके बाद फिर दोनों बैठ गए और दोनों एक दूसरे के गले में हाथ डाल कर आंखों में देखने लगे ।
अंकल उससे बोले कि तुम तो 24 घंटे के अंदर ही बहुत बदल गई हो। तो तुरंत बोली ” क्यों आपको यह बदलाव पसंद नहीं” तो अंकल बोले “पसंद क्यों नहीं होगा बस थोड़ा सा आश्चर्य में हूं कि इतनी जल्दी इतना बदलाव कैसे क्या इसका कारण बता सकती हो ” तो वह बोली कि ” मानसिक रूप से तो मैं तैयार ही थी अपनी सहेलियों से चुदाई के इतने लफड़े सुने थे की बहुत मुश्किल से मैं आप अपने आप को संभाल कर रख रही थी और चुकी घर का प्रेशर था तो बाहर नहीं कुछ कर पा रही थी और सोच रही थी कि जब शादी होगी तो हस्बैंड के साथ ही पूरा मजा लिया जाएगा । लेकिन मन में रहता था कि कोई जोर से चोदे चुदाई करें और रोज कॉलेज जाने पर कोई ना कोई सहेली अपनी चुदाई की कहानी बताती ही थी, कि आज उसके यार ने ये किया वो किया ” वह लोग जुदाई में इतनी खुली हुई थी है कि पूरा बेशर्म होकर अपनी सारी बातें बताती थी और कभी-कभी तो ग्रुप में भी सेक्स करती थी । हमको भी उकसाने के लिए बोलती थी कि तुम कभी ग्रुप में अपने आप को मसलवाना देखना कितना मजा आता है। मैं ऊपर ऊपर से तो नाराज हो जाती थी, लेकिन अंदर ही अंदर एक ललक रहती थी क्या सच में ग्रुप में ऐसा होता है? ???? एक औरत को एक से ज्यादा आदमी एक साथ चोद सकते हैं ???तो 1 दिन मुझसे रहा नहीं गया तो मैं अपनी सहेलियों से पूछ लिया। तो उन्होंने मुझे कुछ वीडियो दिखाएं जिसको देखकर मैं बहुत उत्तेजित हो गई लेकिन फिर मैं अपने आप पर काबू रखी ताकि उन्हें यह ना पता चले की मैं भी उन्हीं की तरह होते हुए जा रही हूं । लेकिन मैं दिखाना नहीं चाह रही थी । आपने जब से मुझे छोड़ने की कोशिश की तो मन में एक ख्याल था की उम्र में इतने बड़े आदमी के साथ में कैसे चुदाई कर सकती हूं। और मैं किसी से कह भी नहीं सकती थी। मैं सोचती थी कि चुदाई तो हम उम्र के लोगों में होती है फिर आपको जब यह मौका लगा तो आपने थोड़ी सी जबरदस्ती की और मेरा विरोध छूमंतर हो गया । मैं चाह कर भी विरोध ना कर सकी और उसके बाद पहली बार तो थोड़ा सा दर्द हुआ । लेकिन इतना आनंद आया कि जो सब कॉलेज की सहेलियां रनिंग कमेंट्री बोलकर सुनाती थी । वह सब मैं खुद जी रही थी अब तो अंदर में छुपी जो भी अधूरापन था । अब वह मैं खुलकर करना चाहती थी। इसीलिए मैं बहुत कम समय में खुल गई । अंकल चुपचाप हवस बड़ी नजरों से देखते हुए उसे सुन रहे थे और बोले कि” लंड चुसाई कैसा लगा ?”और “चुदाई में सबसे अच्छा पार्ट तुम्हारे लिए क्या रहा ?” तो वो बोली अंकल शुरु शुरु में तो मुझे आपका लंड चूसने में संकोच हुआ । लेकिन धीरे-धीरे जब मैंने मुंह में लिया तो अच्छा लगने लगा और बहुत अच्छा लगने लगा। और अभी जब आपने चुदाई की शुरुआत की तो मैं सारी संकोच को दूर रख कर पूरी मस्ती के साथ आपकी लंड चूसने लगी।
जब आप मेरा बुर को जीभ से चुदाई करते हो और जोर-जोर से चूसते हो तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। और और आप इतने अच्छे से मेरी चुदाई की मुझे दर्द ना हो इसके लिए दवाई पहले खिला दी । उस दवाई के असर से मेरे मन में जो डर था कि पहली बार चुदाई में बहुत दर्द होगा वह ज्यादा देर तक नहीं रही ।फिर अंकल पूछे की ” क्या तुम ग्रुप में भी चुदना चाहती हो???” तो उसके चेहरे पर चमक आ गई । फिर मायूस होते हुए बोली चुदना तो चाहती हूं ग्रुप में । अब जब सोचा है की बुर में लंड चला ही गया है तो ग्रुप में भी करके एक बार देखती हूं लेकिन अभी नहीं । फिर पूछि ” आप क्यों पूछ रहे हैं??” ” क्या आपकी नजर में कोई है ? ”
पापा के दोस्त के साथ पहली मस्त चुदाई कहानी जारी है.
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